Masjid mein dakhil hone ki dua||मस्जिद में जाए तो क्या पढ़े

Masjid mein dakhil hone ki dua||मस्जिद में जाए तो क्या पढ़े


हेलो दोस्तों अस्सलाम वालेकुम दोस्तों लिए आज हम जानेंगे मस्जिद में दाखिल होने की दुआ क्या है जब हम मस्जिद में जाते हैं उससे पहले हमें क्या पढ़ना चाहिए और क्या नहीं 



दोस्तों मस्जिद में हम जैसे ही जाते हैं तो हमें कुछ पढ़ना होता है वह दुआ क्या है उसे दुआ के बारे में आज हम विस्तार से बताएंगे और इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको समझने वाले हैं पूरा जरूर पढ़ें और हमें जरूर बताएं कि आपको पता था या नहीं 


Masjid mein dakhil hone ki dua

तो दोस्तों मस्जिद में दाखिल होने की दुआ हैजब वह जाता तो कहता:बिस्मिल्लाह, वस्-सलामु अला रसूलिल्लाह, अल्लाहुम्माघ-फिरली धुनुबी वफ़्तह लि अब्वबा फदलिका। (अल्लाह के नाम पर, और शांति अल्लाह के रसूल पर हो। हे अल्लाह, मेरे पापों को क्षमा कर और अपने अनुग्रह के द्वार मेरे लिए खोल दे|




दोस्तों यह थी मस्जिद में दाखिल होने की दुआ और अगर आपको कोई भी सवाल हमसे पूछना है तो कमेंट जरुर करें दोस्तों कुछ लोग होते हैं मस्जिद में जाते हैं और उन्हें दुआ पता नहीं होती है इसीलिए आपको पता होना चाहिए की मस्जिद में दाखिल होने की दुआ क्या है 


Masjid mein jaen to kya padhen

दोस्तों लिखने और टाइपिंग में कोई भी गलती हो गई है तो उसे माफ करना और हम फिर किसी न्यू आर्टिकल के साथ में मिलने वाले हैं कोई इस्लामिक सवाल के साथ में जब तक के लिए इंतजार करना अल्लाह हाफिज


Fajar ki namaj ki niyat 1


Johar ki namaj ki niyat 2

Asar ki namaj ki niyat 3

Magrib ki namaz ki niyat 4

Isha ki namaz ki niyat 5



tahajjud ki namaj ki niyat6





एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने