पुदीने की खेती कैसे करें और किस-किस जगह पर पुदीने की खेती होती है
पुदीना की खेती Farmingसे सम्बंधित जानकारी
पुदीना की खेती किसी भी उपजाऊ मिट्टी में आसानी से की जा सकती है, इसकी खेती के लिए भूमि उचित जल-निकासी वाली होनी चाहिए | इसके अलावा भारी और चिकनी मिट्टी में इसकी खेती करने से पैदावार ख़राब हो सकती है | पुदीना की खेती में भूमि का P.H. मान 6 से 7.5 के मध्य होना चाहिए |
समशीतोष्ण जलवायु को मेंथा की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है | भारत में पुदीना की खेती खरीफ और जायद के मौसम में की जाती है, तथा सर्दियों के मौसम में इसकी फसल नहीं उगाई जाती है, क्योकि सर्दियों में गिरने वाला पाला इसके पौधों को अधिक हानि पहुँचाता है | बारिश और गर्मी का मौसम इसकी खेती के उपयुक्त माना जाता है |
पुदीना के पौधे 20 से 25 डिग्री तापमान में अच्छे से अंकुरित होते है, जबकि पौध विकास के दौरान पौधों को 30 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है | इसके पौधे न्यूनतम 10 डिग्री तथा अधिकतम 40 डिग्री तापमान (Temperature) को ही सहन कर सकते है |पुदीने की उन्नत किस्में (Mint Improved Varieties)
जापानी पुदीना एक विदेशी किस्म है, जिसमे निकलने वाले पौधे सीधे तौर में फैलते है | इसके पौधों में अधिक मात्रा में शाखाएं निकलती है| इसके पौधों में 65 से 75 प्रतिशत मेंथोल की मात्रा पाई जाती है | इस किस्म के पौधों में निकलने वाली पत्तियों का आकर बड़ा और अंडाकार होता है | यह किस्म भारत में राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश राज्यों में विशेष रूप से उगाई जाती है |
स्पीयर मिन्ट
पुदीने की इस क़िस्म को पूरे वर्ष ऊगा सकते है | इसका पौधा भूमि में फैला 30 से 100 CM लम्बा होता है | इसके पौधों की शाखाएं भी अधिक मात्रा में निकलती है, तथा पत्तिया बिल्कुल चिकनी होती है | इसमें निकलने वाली पत्तिया आकार में छोटी होती है, तथा पौधों पर फूल सफ़ेद और गुलाबी रंग का पाया जाता है | पुदीने की इस क़िस्म से तक़रीबन 65 प्रतिशत मेंथाल प्राप्त हो जाता है |
पिपर मिन्ट
पिपर मिन्ट क़िस्म के पौधों को काला पुदीना भी कहा जाता है | यह एक संकर क़िस्म है, जिसे मेंथा एक्वेटिका और मेंथा स्पिकाटा का संकरण कर तैयार किया गया है | इस क़िस्म के पौधों पर अधिक मात्रा में शाखाएं निकलती है, तथा पौधा 30 से 100 CM लम्बा होता है | पुदीने की इस क़िस्म से तक़रीबन 50 प्रतिशत मेंथाल और 15 प्रतिशत मिथाइल प्राप्त हो जाता है |
मेंथा आरवेंसिस
यह पुदीने की एक उन्नत क़िस्म है, जिसमे पौधों की लम्बाई तकरीबन दो फ़ीट तक पाई जाती है | यह क़िस्म जंगली पुदीना भी कहलाती है | जिसके पौधों में शाखाएं बहुत कम निकलती है | इसके पौधों पर 2 CM चौड़ी पत्तिया पाई जाती है, जिसमे रोयें अधिक मात्रा में होते है | इस क़िस्म की पत्तियों पर बैगनी रंग के फूल निकलते है |
पुदीने के खेत की तैयारी और उवर्रक (Mint Field Preparation and Fertilizer)
पुदीने के खेत को तैयार करने के लिए सबसे पहले मिट्टी पलटने वाले हलो से खेत की गहरी जुताई कर दी जाती है | इससे खेत में मौजूद पुरानी फसल के अवशेष पूरी तरह से नष्ट हो जाते है | इसके बाद खेत में 15 से 20 गाड़ी पुरानी
Mentha and pudina jandar kheti