Eid ke din roza rakhna kaisa hai ईद के दिन रोजा रखना चाहिए या नहीं
ये सवाल हर साल काफी ज्यादा पूछा जाता है लेकिन इसका जवाब आपका दिल दहला देगा. जितना आसान इसे बोलें में लगता है आपको उतना आसान इसका जवाब नहीं लगेगा.
आइए आपको गहराई मे बताते हैं कि kya eid ke din roza rakh sakte hai? हम पूरी कोशिश करेंगे कि आपको कोई भी कन्फ्यूजन ना रहे. तो चलिए शुरू करते हैं…
Eid ke din roza rakhna kaisa hai?
काफी लोगों को लगता है कि जिस तरह हमने रमजान के पूरे महीने में रोजा रखा उसी तरह ईद जैसे खुशी के दिन भी हम रोजा रखकर अल्लाह को खुश कर देंगे. नाउजुबाल्लाह ऐसा नहीं होता है और इसका अजर अल्लाह की तरफ से इस तरह आएगा की आपको अंदाजा नहीं लगेगा.
इस्लाम में ईद के दिन रोजा रखने से बहुत ज्यादा जोर डालकर मना किया गया है. यानी कि ईद जैसे खुशी के दिन आपको रोज़ा नहीं रखना है, इस दी किसी भी चीज़ का रोज़ा नहीं रखना है. इस दीन आप रमजान का छुटा हुआ रोज़ा भी नहीं रख सकते. क्यूंकि ये साफ साफ़ कह दिया गया है कि ईद के दिन रोज़ा रखना हराम है.
और इसका मतलब ये भी बड़ा साफ़ निकलता है कि ईद के दिन रोज़ा रखने से अल्लाह बहुत ज्यादा नाराज होता है और अज़ाब देता है. अल्लाह को ऐसा बांदा बिल्कुल पसंद नहीं जो ईद के दिन रोज़ा रखे. और तो और बकरीद के दिन भी रोज़ा रखें से मना किया गया है.
ईद और बकरीद दो ऐसे दिन है कि अगर किसी ने इस दिन रोज़ा रख लिया तो अल्लाह की शान मे गुस्ताखी कर दी. और अल्लाह बेशक इसका अज़ाब ढ़ाएगा. इसलिए ईद के दिन रोज़ा रखें से बचें. और बकरीद के दिन भी.
आइए अब इसके पीछे का कारण भी जान लेते हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि ईद के दिन रोज़ा हराम क़रार दिया गया.
ईद के दिन रोजा रखना मना इसलिए है क्योंकि ईद के दिन रोजा रखना हराम है और इसके पीछे का कारण यह है कि; अल्लाह ने ईद का दिन हमें खुशियां मनाने के लिए दी है आपने घरवालों के साथ. इस दिन अल्लाह चाहता है कि हम अपनी सारी दुनियावी चीजों को छोड़ कर अपने घरवालों के साथ कीमती वक्त बिताएं, उनके साथ सेवइयां खाएं और खुशी मनाएं.
और ईद, रमजान के 30 दिनों का रोजा रखने का अल्लाह की तरफ से तोहफा है हम इंसानों को. इसलिए हमें इस दिन खूब जमकर खुशी मनानी चाहिए.